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Why Snakes-Mongoose are Enemies: आपके बड़े सवाल का जवाब यहां...आखिर क्यों है सांप और नेवले में कट्टर दुश्मनी

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नई दिल्ली: वैसे तो दुश्मनी आम इंसान से लेकर बड़े-बड़े इसानों के बीच होता ही है, भले ही दुश्मनी अलग-अलग कारणों के कारण हो। आपने जानवरों के बीच भी दुश्मनी देखी होगी, जैसे- कुत्ता बिल्ली, जंगली जानवरों में भी आपस में दुश्मनी रहती है। आपने सांप और नेवले की बीच दुश्मनी खूब सुना होगा, लेकिन इसके पीछे की वजह क्या है ये शायद ही कोई जानता है। हालांकि लोगों के मन में ये सवाल तो जरूर आता है। तो चलिए हम आपको बताते हैं इसके पीछे की वजह। 

आपने अक्सर देखा होगा कि सांप और नेवले की लड़ाई में कफी सांप बाजी मार ले जाता है तो कभी नेवला भारी पड़ता है। हालांकि, ज्यादातर सांप नेवले के आगे अधिक देर तक टिक नहीं पाता है। कुछ लोगों का मानना है कि सांप और नेवला प्राकृतिक तौर पर दुश्मन हैं। दोनों एक दूसरे को इसलिए मारना चाहता है ताकि वो खुद जिंदा रह सके।

लेकिन असल में इन दोनों जानवरों के बीच दुश्मनी इस बात को लेकर है कि सांप हमेशा नेवले के बच्चों का शिकार कर लेता है क्योंकि उसे ये खाने के तौर पर काफी पसंद होते हैं। यही कारण है कि नेवला अपने बच्चों की रक्षा के लिए सांप को देखते ही उसपर हमला कर देता है।

कई लोगों में इस तरह की भ्रांति है कि भारतीय भूरे रंग वाले नेवले पर सांप के ज़हर का कोई असर नहीं होता है। लेकिन असल में ये सच नहीं है। अगर सांप नेवले को काट ले, तो उस पर जहर का असर कुछ समय बाद होता है। 

ऐसा इसलिए होता है कि क्योंकि नेवले के शरीर में एसिट्लोक्लिन रिफ्लेक्स होता है, जो सांप के जहर में मौजूद न्यूरोटॉक्सिन से उसे बचा लेता है। हालांकि नेवला सांप से अधिक फुर्तीला होता है, ऐसे में वह कई मामलों में सांप से खुद को बचा भी लेता है। 

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