

वित्त मंत्री: बैंकों ने 'लोन मेले’ में कुल 81,700 करोड़ रुपये का ऋण बांटा

सोमवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सरकारी बैंकों के प्रमुखों के साथ बैठक की. PSBs के साथ बैठक में वित्त मंत्री ने कई अहम मुद्दों पर चर्चा की. इस बैठक में अर्थव्यवस्था को रफ्तार देने के साथ NBFC और MSME को पर्याप्त फंड मुहैया कराने पर भी चर्चा की. उद्यमियों, किसानों और दूसरे जरूरतमंदों को सरलता से ऋण उपलब्ध कराने के लिये शामियाना लगाकर खुले में आयोजित ‘लोन मेले’ में बैंकों ने महज 9 दिन में कुल मिलाकर 81,700 करोड़ रुपये का ऋण बांटा है. बता दें कि बैंकों ने यह आयोजन 1 अक्टूबर से शुरू किया था.
वित्त मंत्री ने बैठक के बाद की गयी प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि कॉरपोरेट अफेयर्स मिनिस्ट्री के पास उन कंपनियों की एक सूची है जिनका MSMEs पर 40,000 करोड़ रुपए बकाया है. उन्होंने कहा कि कॉरपोरेट अफेयर्स सेक्रेटरी और बैंकिंग सेक्रेटरी यह डाटा बैंकों को देंगे. साथ ही वित्तमंत्री ने यह भी कहा कि ये डाटा मिलने के बाद बैंक इन सभी MSMEs से मिलेंगे और उनसे पूछेंगे कि क्या वो इस रकम में कोई छूट दे सकते हैं. जिन कंपनियों पर यह रकम बकाया है उनका यह दावा है कि MSME पेमेंट के लिए डिस्काउंट देने को तैयार हैं.
सरकार देगी 1 लाख करोड़ रुपये की गारंटी
इस बैठक में NBFC और MSME को पर्याप्त फंड मुहैया कराने पर भी चर्चा हुई. बैठक में यह निर्णय लिया गया कि जिस तरह रिटेल ऋण बांटने के लिए बैंकों ने मिलकर लोन मेला लगाया गया था. इसी तरह MSME को ऋण देने के लिए भी मेला लगाया जाएगा. NBFC के ऋण को अगर बैंक खरीदते हैं तो सरकार 1 लाख करोड़ रुपए की गारंटी देगी. बैंकों की सलाह है कि NBFC की अच्छी क्वालिटी के ऋण खरीदने के साथ ही कमजोर NBFC के अच्छी क्वालिटी के ऋण भी खरीदे जा सकते हैं. इससे NBFC कंपनियों को मुनाफ़ा होगा.
लोन मेला में बैंकों ने 81,700 करोड़ के ऋण बांटे
वित्त सचिव राजीव कुमार में प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि 1 अक्टूबर से 9 अक्टूबर के बीच बैंकों द्वारा लगाए गए लोन मेला में 81,700 करोड़ रुपये के कर्ज बांटे गए. आपको बता दें कि सीतारमण ने फेस्टिव सीजन में मांग बढ़ाने के साथ दूसरी छमाही में आर्थिक गतिविधियों तेज़ी लाने के मकसद को पूरा करने के लिए सभी सरकारी और प्राइवेट बैंकों को लोन मेला लगाने के लिए कहा था. वित्त मंत्री ने कहा था कि सरकार देश के 400 जिलों में कैम्प लगवाएगी और बैंक इन जिलों के कैम्पस में ऋण उपलब्ध करवाएगी.
अगला लोन मेला 21 से 25 अक्टूबर तक
अब अगला लोन मेला दिवाली के नजदीकी समय में 21 से 25 अक्टूबर तक लगाया जाएगा. देश के 400 जिलों में लोन मेला लगाने की योजना है जहां लोगों को रोजगार के अलावा त्योहारों की खरीदारी के लिए भी ऋण उपलब्ध कराया जाएगा. यह कदम इकनॉमी में तेज़ी लाने के लिए उठाया गया है.
बैंकों के विलय के बाद होगी सरलता
बैंकों के विलय पर निर्मला सीतारमण ने कहा कि पूरी प्रक्रिया सामान्य तौर पर चल रही है. एक बैंक बोर्ड के सभी सदस्य मेन बैंक बोर्ड में शामिल होंगे. प्रक्रिया को आसान बनाए रखने के लिए सभी जरूरी कार्य किये जा रहे हैं.