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Gujarat Dashrath Manjhi: मजबूरी ने कुशल को बनाया दशरथ मांझी...अकेले ही खोद डाला 40 फीट गहरा कुंआ

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नई दिल्ली: कहा जाता है कि मजबूरी इंसान को या तो घूटने टेकना सीखा देती है या फिर मजबूरी में इंसान कुछ ऐसा कर जाता है जो इतिहास के पन्नों में लिख जाता है। उदाहरण के तौर पर बिहार के दशरथ मांझी को तो आपलोग जानते ही होंगे जिनकी पत्नी की मौत पहाड़ से गिरकर हो गई थी और उसके बाद से ही उन्होंने उस पहाड़ का सीना चीरने की कमस खा ली, और उसको तोड़कर रास्ता बना दिया जो एक असंभव कार्य था। कुछ ऐसी ही खबर गुजरात से आ रही है जहां एक युवक ने अकेले अपने दम पर 40 फीट का कुआं खोद डाला।
 
दशरथ मांसी से कुशल की हो रही है तुलना
दरअसल, गुजरात के छोटा उदयपुर जिले के रहने वाले इस शख्स का नाम कुशल भील है जिनकी तुलना दशरथ मांझी से की जा रही है। कुशल की लोग जमकर तारीफ कर रहे हैं। 
सरकारी मदद नहीं मिलने की वजह से कुशल ने इलाके की समस्या को खत्म करने की जिम्मेदारी अपने कंधों पर उठाई। उन्होंने खुद 40 फीट गहरा कुआं खोदकर दूसरों के लिए मिसाल साबित किया है। 

क्षेत्र में पानी की समस्या से उठाया ये कदम
कुशल के इस कदम के पीछे की वजह है कि इनके क्षेत्र में पानी की बेहद अधिक समस्या है। सरकारी मदद नहीं मिलने की वजह से उन्होंने फैसला किया कि वह खुद कुआं खोदेंगे और पानी निकालेंगे। कुशल छोटा उदयपुर जिले के कदौली-मोहली गांव के रहने वाले हैं। उन्होंने पथरीली जमीन को खोदकर  कुआं बना डाला है। 

बारिश शुरू होने तक कुआं खोदते रहेंगे- कुशल
कुशल ने बताया कि वह मानसून की बारिश शुरू होने तक कुआं खोदते रहेंगे। उन्होंने कहा कि बारिश में कुआं ताजे पानी से भर जाएगा और गांव में पानी की समस्या समाप्त हो जाएगी। गुजरात के इस इलाके में लोगों को पानी की समस्या का सामना करना पड़ता है। 
 

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