
#SC_ST_विरोधी_भाजपा: उद्घाटन समारोह में भाजपा ने राष्ट्रपति को नहीं किया आमंत्रित, सोशल मीडिया पर BJP हुई ट्रोल

नई दिल्ली: नए संसद भवन के उद्घाटन को लेकर विपक्ष लगातार भारतीय जनता पार्टी पर हमलावर है। विपक्ष की मांग है कि संसद भवन का उद्घाटन प्रधानमंत्री द्वारा नहीं बल्कि राष्ट्रपति द्वारा कराई जाए। वहीं, इस राष्ट्रपति द्वारा इसका उद्घाटन कराना तो दूर राष्ट्रपति को इस उद्घाटन समारोह में भी आमंत्रित नहीं किया गया है। इसको लेकर अब भारतीय जनता पार्टी पर एससी/एसटी विरोधी होने का आरोप लगाया जा रहा है।
बता दें कि जब नए संसद भवन का शिलान्यास, राम मंदिर का शिलान्यास और राम मंदिर का भूमि पूजन हुआ था तब पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को भी आमंत्रित नहीं किया गया था। वहीं अब 28 मई को लोकतंत्र के नए मंदिर का उद्घाटन होने जा रहा है तब भी देश की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति और वर्तमान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को भी आमंत्रित नहीं किया गया है। बीजेपी के इस रवैये को लेकर खूब आलोचनाएं हो रही हैं। लोगों का कहना है कि भाजपा एससी एसटी विरोधी है।
बीजेपी के इस फैसले को लेकर सोशल मीडिया पर लोग बीजेपी के खिलाफ लगातार नकारात्मक टिप्पणियां कर रहे हैं। कुछ लोग पूर्व राष्ट्रपति कोविंद और वर्तमान राष्ट्रपति मुर्मू के दरकिनार को लेकर लिख रहे हैं इसको कभी नहीं भूलेंगे। वहीं पूर्व जिलाधिकारी सूर्य प्रताप सिंह ने कहा कि संसद भवन का उद्घाटन किसी का निजी गृह प्रवेश नहीं है। राष्ट्रपति को किनारे करना लोकतंत्र का अपमान है।
वहीं आप सांसद संजय सिंह ने कहा कि संसद भवन के उद्घाटन समारोह में महामहिम राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी को आमंत्रित न करना उनका घनघोर अपमान है। ये भारत के दलित, आदिवासी और वंचित समाज का अपमान है।