
लॉकडाउन की पाबंदियों के कारण खतरे में जिनपिंग सरकार, चीन के लोगों ने की आजादी की मांग

कहते हैं हर तानशाह का अंत आता ही है एक दिन ऐसे में तानशाह बन चुके चीन में शी जिनपिंग के खिलाफ अब लोग सड़कों पर उतरने शुरू हो चुके हैं। दरअसल में चीन में फिर कोरोना ने पैर पसारना शुरू कर दिए हैं। पिछले कुछ दिनों में ही लाखों मामले सामने आने से चीन एक बार फिर लॉकडाउन की और बढ़ रहा है।
9 शहरों के लोग कर रहे हैं प्रदर्शन
आपको बता दें कि बीजिंग से शुरू हुए इस प्रदर्शन में अब तक 9 शहरों के लोग सामने आ चुके हैं। पुलिस ने इन्हें रोकने के लिए लोगों को गिरफ्तार कर रही है, लेकिन लोगों का गुस्सा खत्म नहीं हो रहा है। रविवार देर रात तक सड़कों पर प्रदर्शन चलता रहा।
यह है प्रदर्शन का मुख्य कारण
आपको बता दें कि चीन के लोग लॉकडाउन हटाने और आजादी देने की मांग कर रहे हैं। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि हमें फ्रीडम ऑफ प्रेस, फ्रीडम ऑफ एक्सप्रेशन, फ्रीडम ऑफ मूवमेंट चाहिए। लोग राष्ट्रपति शी जिनपिंग से इस्तीफा मांग भी कर रहे हैं। चीन में लगातार कोरोना बढ़ने के कारण 27 नवंबर को कोरोना के 40 हजार मामले सामने आए हैं। ये अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है। इसके चलते शी जिनपिंग सरकार ने प्रतिबंध लगा दिए हैं। आपको बता दें कि सख्त लॉकडाउन से 66 लाख लोग घरों में कैद है।
25 नवंबर को हुए हादसे से लोगों में फैला आक्रोश
25 नवंबर को एक बिल्डिंग की 15वीं मंजिल में आग लगी गई। हादसे में 10 लोगों की मौत हो गई। लॉकडाउन की वजह से राहत समय पर नहीं पहुंच सकी। लोगों ने आरोप लगाया कि अफसरों ने लापरवाही की। ऐसे में लोगों में भारी आक्रोश फ़ैल गया और लोग शी जिनपिंग के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं।