
वेटरन एक्ट्रेस आशा पारेख को दादा साहब फाल्के सम्मान, 5 दशकों से कर रही हैं दर्शकों का मनोरंजन

हिंदी फिल्म इंडस्ट्री की मशहूर एक्ट्रेस आशा पारेख को दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड से सम्मानित किया जाएगा । आशा ने 50 साल पहले बाल कलाकार के रूप में फिल्मी करियर की शुरुआत की थी ।
27 सितंबर
हिंदी फिल्मों की महान अदाकारा आशा पारेख को साल 2020 के लिए दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा । आशा पारेख 50 साल से भी ज्यादा समय से फिल्म जगत में सक्रिय हैं, वह फिल्म सेंसर बोर्ड की अध्यक्ष भी रह चुकी हैं । आशा पारेख को दादा साहब फाल्के सम्मान दिए जाने की घोषणा सूचना प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने की । पारेख को राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह में इस अवॉर्ड से नवाजा जाएगा ।
95 से ज्यादा फिल्मों में किया काम
महज 10 साल की उम्र में बाल कलाकार के रूप में फिल्मी करियर शुरू करने वालीं आशा पारेख पिछले 5 दशक से दर्शकों का मनोरंजन कर रही हैं । इन 50 सालों में वेटरन एक्ट्रेस ने 95 से ज्यापदा फिल्मों में काम किया है ।
राष्ट्रपति करेंगी सम्मानित
सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने 52वें दादा साहेब फाल्के पुरस्कार का ऐलान करते हुए ये भी बताया कि आशा पारेख को राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह में यह सम्मान दिया जाएगा । राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू उन्हें इस पुरस्कार से नवाजेंगी । केन्द्रीय मंत्री ने बॉलीवुड लेजेंड को इस सम्मान के लिए चुने जाने के पल को गौरवपूर्ण कहा । आपको बता दें दिल्ली में आने वाली 30 सितंबर को राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह का आयोजन होगा ।
आशा पारेख का करियर
बाल कलाकार के रूप में फिल्मे करियर की शुरुआत करने वाली आशा पारेख ने एक से बढ़कर एक फिल्मों में काम किया है । उनकी यादयार फिल्मों में दिल देके देखो, तीसरी मंजिल, कटी पतंग हैं । लव इन टोक्यो, आया सावन झूम के जैसी सुपरहिट फिल्मों में आशा जी ने गजब का काम किया है । बतौर लीड दिल देके देखो उनकी पहली फिल्म थी ।
मिल चुका है पद्मश्री
आशा जी को 1992 में भारत सरकार ने प्रतिष्ठित पद्मश्री पुरस्कार से भी सम्मानित किया है । इसके साथ ही एक्ट्रेस 1998 से लेकर 2001 तक सेंसर बोर्ड की अध्यक्ष भी रह चुकी हैं ।