
सीबीएसई ने स्कूलों को लगाई फटकार, शैक्षणिक सत्र का पालन करने की दी हिदायत

लेखक-शिल्पा गांधी
नई दिल्ली: सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंड्री एजुकेशन (सीबीएसई) ने स्कूल प्रमुखों को 1 अप्रैल से 31 मार्च तक शैक्षणिक सत्र का सख्ती से पालन करने के लिए कहा है। सीबीएसई ने उन्हें सलाह दी है कि वो 1 अप्रैल से पहले सत्र शुरू करने से बचें। अधिसूचना में, बोर्ड ने कहा है कि कई स्कूल कोर्सवर्क को समय पर खत्म करने के लिए शैक्षणिक सत्र जल्दी शुरू करते हैं।
सीबीएसई ने लगाई स्कूलों को फटकार
ऐसा अक्सर देखा जाता है कि कई स्कूल अपना सत्र जल्दी शुरू करते हैं, ताकि वे कम समय में अपना पाठ्यक्रम पूरा कर सकें। जिसकी वजह से छात्रों को पाठ्यक्रम को समझने और सीखने में काफी समस्या आती है। साथ ही स्टूडेंट्स को एक्स्ट्रा को-करिकुलम एक्टिविटी के लिए समय नहीं मिल पाता है। सीबीएसई ने यह भी कहा कि कम समय में ज्यादा कोर्स पूरा करने की जद्दोजहद में छात्रों को पढ़ाई के लिए पर्याप्त समय नहीं मिल पाता है। अतिरिक्त सह-पाठयक्रम गतिविधियों जैसे जीवन कौशल, शारीरिक शिक्षा और सामुदायिक सेवा के लिए, बोर्ड ने कहा कि ये गतिविधियां भी उतनी ही महत्वपूर्ण हैं जितनी कि एकेडमिक्स है।
बता दें सीबीएसई बोर्ड परीक्षा 15 फरवरी से शुरू हुई थी और 10वीं कक्षा के लिए 21 मार्च और 12वीं कक्षा के लिए 5 अप्रैल तक चलेगी। सीबीएसई बोर्ड परीक्षाओं के लिए लगभग 38 लाख छात्रों ने पंजीकरण कराया था। सीबीएसई बोर्ड परीक्षा उत्तीर्ण करने के लिए, एक उम्मीदवार को प्रत्येक विषय में कम से कम 33% अंक प्राप्त करने चाहिए। इसके अलावा, उम्मीदवारों को लिखित और प्रैक्टिकल दोनों पेपर पास करने होंगे।
गौरतलब है कि सीबीएसई बोर्ड भारत की केंद्र सरकार के तहत शिक्षा के सबसे प्रतिष्ठित बोर्डों में से एक है, जो पूरे देश में निजी और सार्वजनिक स्कूलों की सेवा करता है। पिछले साल, सीबीएसई ने कक्षा 1 से 12 के लिए संशोधित पाठ्यक्रम की घोषणा की थी।