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New Parliament: संसद भवन के उद्घाटन समारोह में शामिल होने से 20 पार्टियों का इनकार, ये पार्टियां लेंगी हिस्सा

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नई दिल्ली: 1200 करोड़ की लागत से बनकर देश का नया संसद भवन तैयार हो गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वीर सावरकर की जयंती के मौके पर यानी 28 मई को संसद भवन का उद्घाटन करने वाले हैं। प्रधानमंत्री द्वारा संसद भवन के उद्घाटन को लेकर विपक्ष में नाराजगी है। इस बीच लगभग 20 पार्टियों ने उद्घाटन समारोह में हिस्सा लेने से इनकार कर दिया है। वहीं, ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक (Naveen Patnaik) की पार्टी BJD (Biju Janata Dal)सहित कुछ अन्य पार्टियां इस समारोह में हिस्सा लेने के लिए तैयार है।
 
संवैधानिक संस्थाएं सभी मुद्दे से ऊपर- BJD
BJD ने कहा है कि वह नए संसद भवन के उद्घाटन कार्यक्रम में शामिल होगी। वहीं, उद्घाटन समारोह में अन्य पार्टियों के शामिल नहीं होने को लेकर पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता सस्मित पात्रा ने कहा कि, हमारी पार्टी का यह मानना है कि ये संवैधानिक संस्थाएं सभी मुद्दों से ऊपर है। बाकि अन्य आपसी मतभेदों पर बाद में बहस की जा सकती है। राष्ट्रपति भारत के प्रमुख हैं। संसद देश के 140 करोड़ लोगों का प्रतिनिधित्व करती है। दोनों संस्थान भारतीय लोकतंत्र के प्रतीक हैं। इन्हें संविधान से अधिकार मिला हुआ है। उनके अधिकार और कद की हमेशा रक्षा की जानी चाहिए।"

ये है विपक्ष के नाराजगी की वजह
दरअसल, नए संसद भवन का उद्घाटन पीएम द्वारा किए जाने को लेकर विपक्ष में नाराजगी है। समारोह में हिस्सा नहीं लेने वाली पार्टियों का कहना है कि नए संसद भवन का उद्घाटन प्रधानमंत्री को नहीं बल्कि राष्ट्रपति को करना चाहिए। इसको लेकर कुल 20 पार्टियों ने समारोह में हिस्सा नहीं लेने का ऐलान किया है। ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (AIUDF) ने उद्घाटन समारोह के बहिष्कार की घोषणा की है।
 
जानिए कौन होगा शामिल और कौन नहीं
इस समारोह में शामिल नहीं होने वाली पार्टियों में कांग्रेस, आम आदमी पार्टी (AAP), शिवशेना (UBT), समाजवादी पार्टी, TMC, जदयू, NCP, CPI (M), RJD, इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग, नेशनल कांफ्रेंस,CPI,झारखंड मुक्ति मोर्चा, केरल कांग्रेस (Mani), VCK (Vidhuthalai Chirunthaigal Katchi), राष्ट्रीय लोक दल, क्रांतिकारी समाजवादी दल और MDMK (Marumalarchi Dravida Munnetra Kazhagam)शामिल है। वहीं, अकाली दल, जगन मोहन रेड्डी की पार्टी YSRCP और बसपा इस समारोह में हिस्सा लेने के लिए तैयार है।
 
बता दें कि 1224 सांसदों के बैठने की क्षमता वाले संसद भवन का निर्माण कार्य दो साल पहले शुरु हुआ था जिसके उद्घाटन का समय आखिरकार आ ही गया। यह भवन 65,000वर्ग मीटर की क्षेत्र में स्थापित है जो कि पुरानी बिल्डिंग से 17 हजार वर्गमीटर बड़ा है। इस चार मंजिला इमारत में 3 दरवाजे हैं। इसकी सबसे बड़ी खासियत ये है कि भवन पर भूकंप का भी कोई असर नहीं होगा।
 
 
नए संसद भवन के लिए सुरक्षा के कड़े और नए सिरे से इंतजाम किए जाएंगे। यहां मार्शल की नई ड्रेस होगी। गौरतलब है कि मार्च के आखिरी सप्ताह में पीएम मोदी ने नए संसद भवन का औचक निरीक्षण कर यहां चल रहे काम के बारे में जानकारी ली थी। इस दौरान वे लगभग एक घंटे तक कार्यों का जायजा लिया। और इसके साथ ही उन्होंने श्रमिकों से बातचीत भी की थी।
 
 
नए त्रिकोणीय संसद भवन के निर्माण की शुरुआत साल 2021के जनवरी में हुई थी। हालांकि 10दिसंबर 2020को ही प्रधानमंत्री ने इसका शिलान्यास कर दिया था। नए संसद भवन में भारतीय कला और परंपराओं की झलकियां दिखाई गई है। इसमें लाउंज, लाइब्रेरी, कमेटी हॉल, कैटीन और पार्किंग समेत सबकुछ मौजूद है। बता दें कि इसकी लागत का अनुमान 861करोड़ रुपये तक लगाय गया था। लेकिन बाद में कुछ अतिरिक्त कामों के चलते यह कीमत 1,200करोड़ रुपये तक पहुंची गई।
 

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