
कांग्रेस अध्यक्ष के घर नीतीश कुमार और राहुल गांधी की बैठक, मल्लिकार्जुन बोले एकजुट होगा देश, मजबूत लोकतंत्र हमारा संदेश

नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव के लिए अब सिर्फ एक साल का समय शेष बचा हुआ है। जिसके मद्देनजर सियासी बिसात बिछना शुरू हो गई है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लगातार विपक्ष को एकजुटने करने का प्रयास कर रहे हैं। इसी कड़ी में उन्होंने सोमवार को कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे से मुलाकात की। इस दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी मौजूद रहे।
विपक्ष को एकजुट करने में लगे नीतीश कुमार
बीजेपी की केंद्र सरकार को टक्कर देने के लिए नीतीश कुमार ने कमर कसनी शुरू कर दी है। वो एक के बाद एक विपक्षी नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं। देश की सबसे बड़ी सियासी कुर्सी पर बिहार के सीएम नीतीश कुमार की नजर है। केंद्र सरकार के खिलाफ विपक्ष को एक जुट करने के लिए नीतीश कुमार बिहार से दिल्ली की लगातार दौड़ लगा रहे हैं। इस कड़ी में वो आज कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के आवास पर पहुंचे। जहां उन्होंने चुनाव को लेकर अहम बैठक की। इस दौरान राहुल गांधी समेत केसी वेणुगोपाल, जेडीयू अध्यक्ष ललन सिंह और बिहार सरकार में मंत्री संजय झा भी उपस्थित रहे।
एकजुट होगा देश, मजबूत लोकतंत्र हमारा संदेश
इस बैठक के बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने ट्वीट करते हुए लिखा, अब एकजुट होगा देश, लोकतंत्र की मजबूती ही हमारा संदेश है। राहुल गांधी और हमने आज बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ वर्तमान राजनैतिक स्थिति पर चर्चा कर, देश को एक नई दिशा देने की प्रकिया को आगे बढ़ाया।
अब एकजुट होगा देश,
— Mallikarjun Kharge (@kharge) May 22, 2023
‘लोकतंत्र की मज़बूती’ ही हमारा संदेश !
श्री @RahulGandhi और हमने आज बिहार के मुख्यमंत्री श्री @NitishKumar के साथ वर्तमान राजनैतिक स्थिति पर चर्चा कर, देश को एक नई दिशा देने की प्रकिया को आगे बढ़ाया । pic.twitter.com/4I7nW9F8eQ
विपक्षी दलों को होना चाहिए एकजुट -नीतीश कुमार
इससे पहले रविवार को नीतीश कुमार ने दिल्ली के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से भी मुलाकात की थी। उनके साथ बिहार के उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव भी मौजूद थे।इस बैठक के बाद नीतीश कुमार ने कहा था कि अरविंद केजरीवाल दिल्ली में अच्छा काम कर रहे हैं और ये आश्चर्यजनक है कि उनकी सरकार को काम करने से रोका जा रहा है. इसलिए, हम कह रहे हैं कि देश में सभी विपक्षी दलों को एक साथ आना चाहिए।