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National vaccination day 2023: भारत में टीकाकरण का इतिहास, जानिए क्यों मनाया जाता है राष्ट्रीेय टीकाकरण दिवस ?

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लेखक- शिल्पा गांधी
 
नई दिल्ली: राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस (National vaccination day) देश भर मे हर साल 16 मार्च को मनाया जाता है। यह दिन लोगो को टीकाकरण के प्रति जागरूक करने के लिए शुरू किया गया है। यह घातक बीमारियों से लड़ने के लिए टीकों के महत्व पर प्रकाश डालता है और प्रत्येक बच्चे के टीकाकरण को सुनिश्चित करने के लिए डॉक्टरों, फ्रंटलाइन हेल्थ केयर वर्कस की कड़ी मेहनत को स्वीकार करता है और उसकी सराहना करता है।

टीके को भविष्य में बार-बार एक ही संक्रमण के संपर्क में आने से रोकने के लिए डिज़ाइन किया गया है। सभी टीके अलग अलग बीमारियों के लिए तैयार किए जाते है। इनमें से कई टीके चिकन पॉक्स, टेटनस, रूबेला, पोलियो, और हाल ही में, कोविड-19 सहित कई अन्य बीमारियों और इनके वायरस के प्रसार को रोकने में सफल रहे हैं।

भारत में टीकाकरण का इतिहास 
 
भारत में टीकाकरण का इतिहास दशकों पुराना है। इसकी शुरुआत साल 1802 में हुई थी। उस वक्त  मुंबई की एक 3 साल की बच्ची को चेचक के टीके की पहली खुराक दी गई थी। चेचक महामारी को कम करने के लिए भारत में 1896 में अनिवार्य टीकाकरण अधिनियम पारित किया गया था। इसके बाद आजादी के अगले साल यानि अगस्त 1948 में भारत ने पहला बीसीजी टीकाकरण किया। 1951 में बीसीजी टीके का व्याथपक अभियान शुरू किया गया और 1977 में भारत को चेचक मुक्ते घोषित कर दिया गया। 
 
वहीं ‘राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस’ पहली बार 1995 में मनाया गया था। जब भारत सरकार ने आधिकारिक तौर पर देश से पोलियो उन्मूलन के लिए पल्स पोलियो प्रतिरक्षण कार्यक्रम शुरू किया था। मौखिक पोलियो वैक्सीन की पहली खुराक विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अभियान के तहत दी गई थी जो 1988 में शुरू हुई थी। तभी से यह भारत के स्वास्थ्य कैलेंडर में एक महत्वपूर्ण घटना बन गई है। भारत सरकार टीकाकरण अभियान को बढ़ावा दे रही है ताकि आबादी को वायरस से बचाकर बीमारी के प्रसार को रोका जा सके।

टीकाकरण का महत्व
 
इस दिन, भारत सरकार और विभिन्न संगठन विभिन्न बीमारियों के खिलाफ बच्चों और वयस्कों को प्रतिरक्षित करने के लिए देश भर में टीकाकरण अभियान चलाते हैं। राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस लोगों को टीकाकरण के लाभों के बारे में शिक्षित करने और टीकों के बारे में किसी भी मिथ्या या गलत धारणा को दूर करने का एक अवसर है। पिछले कुछ वर्षो मे चल रहे COVID-19 महामारी के कारण राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस को और भी अधिक महत्व प्राप्त हुआ है।

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